रेखाचित्र MCQ Quiz - Objective Question with Answer for रेखाचित्र - Download Free PDF
Last updated on Jun 16, 2025
Latest रेखाचित्र MCQ Objective Questions
रेखाचित्र Question 1:
'बिस्मिल्ला खाँ' का संबंध किस वाद्य यंत्र से था ?
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 1 Detailed Solution
'बिस्मिल्ला खाँ' का संबंध शहनाई वाद्य यंत्र से था।
Key Points
- 'बिस्मिल्ला खाँ' का संबंध शहनाई वाद्य यंत्र से था।
- वे एक प्रसिद्ध भारतीय संगीतकार थे जिन्होंने शहनाई को लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- उन्हें अक्सर "शहनाई का बादशाह" या "शहनाई का उस्ताद" कहा जाता है।
- बिस्मिल्ला खाँ ने शहनाई को शास्त्रीय संगीत के स्तर तक पहुंचाया
- और इसे एक प्रतिष्ठित वाद्य यंत्र बनाया। उन्होंने 2001 में भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था।
Additional Informationशहनाई-
- एक पारंपरिक भारतीय पवन वाद्य यंत्र है, जिसे मुख्यतः लकड़ी से बनाया जाता है।
- यह एक प्रकार का ओबो है, जिसमें दोहरी रीड होती है और जो एक खास नासिका-like आवाज पैदा करता है।
बांसुरी-
- एक वाद्य यंत्र है जो आमतौर पर बांस से बना होता है, और इसे हवा से बजाया जाता है।
- इसमें आमतौर पर छेद होते हैं जिन्हें उंगलियों से दबाकर अलग-अलग स्वर निकाले जाते हैं।
तबला-
- एक ताल वाद्य यंत्र है, जो भारतीय शास्त्रीय संगीत में प्रयोग होता है।
- यह दो ड्रमों का एक सेट होता है, जिसमें एक छोटा ड्रम (दायां या दयां) और एक बड़ा ड्रम (बायां या बयां) होता है।
सरोद-
- एक लोकप्रिय भारतीय शास्त्रीय वाद्य यंत्र है, जो हिंदुस्तानी संगीत में प्रयोग किया जाता है।
- यह एक तार वाला वाद्य यंत्र है, जिसे धनुष से बजाया जाता है। सरोद,
- 19वीं शताब्दी में अफगान रबाब के विकसित रूप के रूप में भारत में उभरा।
रेखाचित्र Question 2:
अष्टावक्र क्या- क्या बेचा करता था ?
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 2 Detailed Solution
सही उत्तर है- चाट का सामान
रेखाचित्र Question 3:
गर्मी के दिनों में अष्टावक्र माँ-बेटे कहाँ सोया करते थे ?
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 3 Detailed Solution
सही उत्तर है - कुएँ की जगत पर
रेखाचित्र Question 4:
अष्टावक्र कैसे बुद्धि का बालक था ?
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 4 Detailed Solution
सही उत्तर है- मंदबुद्धी
रेखाचित्र Question 5:
अष्टावक्र की मृत्यु कैसे हुई ?
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 5 Detailed Solution
सही उत्तर है- तेल से जलकर
Top रेखाचित्र MCQ Objective Questions
इनमें से कौन-सा रेखाचित्र रामवृक्ष वेनीपुरी का है?
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDF- माटी की मूरतें 1946 में प्रकाशित रामवृक्ष बेनीपुरी द्वारा रचित रेखाचित्र-संकलन है।
- माटी की मूरतें नामक भूमिका के अतिरिक्त 12 रेखाचित्र हैं।
माटी की मूरतें के रेखा चित्र |
|
बलदेव सिंह |
भौजी |
सरजू भैया |
परमेसर |
मंगर |
बैजू मामा |
रूपा की आजी |
सुभान खाँ |
देव |
बुधिया |
बालगोबिन भगत |
सचिन खेडेकर |
रेखा चित्र एवं संस्मरण |
लेखक |
रचना वर्ष |
पद्म पराग |
पदम सिंह शर्मा |
1929 |
गेहूं व गुलाब |
रामवृक्ष बेनीपुरी |
1950 |
लाल तारा |
रामवृक्ष बेनीपुरी |
1938 |
मील के पत्थर |
रामवृक्ष बेनीपुरी |
1957 |
चेतना के बिम्ब |
डॉ नगेंद्र |
1967 |
रेखाएं और रंग |
आचार्य विनय मोहन शर्मा |
1955 |
रेखा चित्र |
प्रेम नारायण टंडन |
1940 |
'श्रृंखला की कड़ियाँ' की लेखिका हैं
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDFश्रृंखला की कड़ियां रचना महादेवी वर्मा जी की प्रसिद्ध महत्वपूर्ण रचना है, जो भारतीय नारी समस्याओं को आधार बनाकर लिखा हुआ ग्रन्थ है।
Additional Information
- श्रृंखला की कड़ियां रचना में महादेवी जी ने स्त्री विमर्श को लेकर निबन्ध लिखे थे जिसका प्रकाशन वर्ष 1942 है।
महादेवी वर्मा की अन्य रचनाएँ-
- पथ के साथी - संस्मरण संग्रह
- अतीत के चलचित्र - रेखाचित्र संग्रह
महादेवी वर्मा द्वारा रचित 'भक्तिन' किस विधा की रचना है?
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFमहादेवी वर्मा द्वारा रचित 'भक्तिन' 'संस्मरणात्मक रेखाचित्र' विधा की रचना है।
Key Points
- भक्तिन पाठ संस्मरण रेखाचित्र की लेखिका महादेवी वर्मा है।
- भक्तिन पाठ की विशेषताएँः-
- भक्तिन एक संघर्षशील और स्वाभिमानी स्त्री हैं।
- जिसने धोखे और कपट से भरी सामाजिक मान्यताओ का डटकर सामना किया ।
- लेकिन जीवन के अंतिम पढाव पर उनसे हार करा आपने जीवन को पूरी बदल लेती है।
- महादेवी वर्मा की अन्य प्रमुख रचनाएँः-
- नीहार ( 1980 )
- रश्मि ( 1932 )
- नीरजा (1935 )
- सांध्या गीत ( 1936 ) आदि।
Additional Information
विधा | परिभाषा |
निबंध | निबंध शब्द नि और बंध से बना है जिसका अर्थ है अच्छी तरह से बँधा हुआ। भाषा के अच्छे प्रयोग द्वारा ही भावों विचारों और अनुभावों को प्रभावशाली ढंग से व्यक्त करना निबंध हैं। |
कहानी | कहानी वह विधा है जो लेखक के किसी उद्देश्य किसी एक मनोभाव जैसे उसके चरित्र , उसका कथा - विन्यास , सब कुछ उसी एक भाव में व्यक्त करना ही कहानी है। |
जीवनी | किसी व्यक्ति के जीवन का चरित्र चित्रण करना यानी की किसी व्यक्ति विशेष के सम्पूर्ण जीवन वृत्तांत को जीवनी कहते है। |
Important Pointsनिबंध को लेकर आचार्य रामचंंद्र शुक्ल का कथनः-
'यदि गद्य कवियों की कसौटी है , तो निबंध गद्य की कसौटी है।'
'अतीत के चलचित्र' किसकी कृति है?
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFमहादेवी वर्मा की रचना 'अतीत के चलचित्र' है।
- महादेवी वर्मा छायावाद की प्रमुख कवियित्रि हैं।
- इनकी अन्य रचनाएँ- नीहार, नीरजा, सांध्यगीत आदि हैं।
- महादेवी वर्मा (26 मार्च 1907 — 11 सितंबर 1987)
- उन्हें "आधुनिक मीरा" के नाम से भी जाना जाता है।
- कवि निराला ने उन्हें “हिन्दी के विशाल मन्दिर की सरस्वती” भी कहा है।
- 27 अप्रैल 1982 को "ज्ञानपीठ पुरस्कार" से सम्मानित किया गया।
- विधा :- रेखाचित्र
रेखा चित्र |
रचना वर्ष |
संस्मरण |
रचना वर्ष |
निबंध |
रचना वर्ष |
अतीत के चलचित्र |
1941 |
पथ के साथी |
1956 |
शृंखला की कड़ियाँ |
1942 |
स्मृति की रेखाएं |
1943 |
मेरा परिवार |
1972 |
विवेचनात्मक गद्य |
1942 |
संस्मरण |
1983 |
साहित्यकार की आस्था तथा अन्य निबंध |
1962 |
||
संकल्पिता |
1969 |
'माटी की मूरतें' के रचनाकार कौन हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDF- रामवृक्ष बेनीपुरी के रेखा चित्र :-
- माटी की मूरतें (1946), गेहूं और गुलाब (1950), लाल तारा (1938), मील के पत्थर
- अत: माटी की मूरते :- रामवृक्ष बेनीपुरी
- रामवृक्ष बेनीपुरी (23 दिसंबर, 1899 - 7 सितंबर, 1968)
- उनके सम्मान में बिहार सरकार द्वारा वार्षिक अखिल भारतीय रामवृक्ष बेनीपुरी पुरस्कार दिया जाता है।
- विधा :- संस्मरण तथा निबंध
- रामवृक्ष बेनीपुरी जी.के "संस्मरण तथा निबन्ध":-
- पतितों के देश में -1930-33
- चिता के फूल -1930-32
- लाल तारा -1937-39
- कैदी की पत्नी -1940
- माटी -1941-45
- गेहूँ और गुलाब - 1948–50
- जंजीरें और दीवारें
- उड़ते चलो, उड़ते चलो
- मील के पत्थर
Key Points
Additional Information
रजिया क्या बेचती थी ?
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर है - चूड़ी।
Key Pointsरचना के कथ्य के अनुसार:
- रज़िया, चूड़ीहारिन! वह इसी गाँव की रहनेवाली थी।
- बचपन में इसी गाँव में रही और जवानी में भी।
- क्योंकि मुसलमानों की गाँव में भी शादी हो जाती है न! और यह अच्छा हुआ—क्योंकि बहुत दिनों तक प्राय: उससे अपने गाँव में ही भेंट हो जाया करती थी।
Additional Information
- रचना:- रज़िया।
- रचनाकार:- रामवृक्ष बेनीपुरी।
- विधा:- रेखाचित्र।
उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ का संबंध है-
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDFउस्ताद बिस्मिल्ला खाँ का संबंध है- शहनाई वादक
Key Points'नौबतखाने में इबादत' पाठ का अंश-
- बिस्मिल्ला खाँ प्रतिदिन बालाजी मंदिर में शहनाई के रियाज़ के लिए जाते थे।
- वे उस रास्ते से जाते थे, जिस पर रसूलनबाई और बतूलनबाई का घर था।
- इस रास्ते में जाते समय बिस्मिल्ला खाँ को इन दोनों बहनों का गायन ठमरी,
- कभी टप्पे कभी दादरा अलग-अलग सुनने का अवसर मिलता था।
- इसी कारण उनको इस रास्ते से मंदिर जाना अच्छा लगता था।
Important Pointsनौबतखाने में इबादत-
- रचनाकार- श्री यतींद्र मिश्र
- विधा- व्यक्तिचित्र
- विषय- सुप्रसिद्ध शहनाईवादक उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ के जीवन के विभिन्न पक्षों का विस्तृत वर्णन किया गया है।
Additional Informationश्री यतींद्र मिश्र-
- जन्म- 1977 ई.
- हिन्दी के समकालीन युवा कवियों में अग्रणी हैं।
- काव्य-संग्रह -
- यदा-कदा
- अयोध्या तथा अन्य कविताएँ
- ड्योढ़ी पर आलाप।
महादेवी वर्मा के रेखाचित्र 'भक्तिन' के प्रमुख पात्र 'भक्तिन' का वास्तविक नाम है :
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDFमहादेवी वर्मा के रेखाचित्र 'भक्तिन' के प्रमुख पात्र 'भक्तिन' का वास्तविक नाम है : लछमिन
Key Pointsभक्तिन-
- रचनाकार- महादेवी वर्मा
- यह पाठ 'स्मृति की रेखाएं'(1943 ई.) से लिया गया है।
- विषय-
- इसमें लेखिका ने अपनी सेविका भक्तिन ने अतीत व वर्तमान जीवन को चित्रित किया है।
- लेखिका के घर में काम शुरू करने से पहले उसने कैसा संघर्षपूर्ण जीवन जिया उसकी कहानी कहता है।
- पितृसतात्मक मान्यताओं और समाज से कैसे अपने व अपनी बेटियों के लिए लड़ाई लड़ी इसको बताया गया है।
- भक्तिन का असली नाम 'लछमिन अर्थात् लक्ष्मी' था।
Additional Information महादेवी वर्मा-
- जन्म-1907-1987 ई.
- छायावादी कवयित्री के साथ-साथ अच्छी लेखिका रही है।
- रचनाएँ-
- अतीत के चलचित्र(1941 ई.)
- पथ के साथी(1956 ई.)
- मेरा परिवार(1972 ई.) आदि।
रेखाचित्र Question 14:
निम्न में से कौन-सा रेखाचित्र महादेवी वर्मा का नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 14 Detailed Solution
रेखाचित्र महादेवी वर्मा का नहीं है- रेखा और रंग
Key Pointsरेखा और रंग -
- रचनाकार- विनय मोहन शर्मा
- प्रकाशन वर्ष- 1955 ई.
- विधा- रेखाचित्र
Important Pointsमहादेवी वर्मा-
- रेखाचित्र-
- अतीत के चलचित्र(1941 ई.)
- स्मृति की रेखाएं(1943 ई.)
- मेरा परिवार(1972 ई.) आदि।
रेखाचित्र Question 15:
'स्मृति की रेखाएं' के सन्दर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
A. इस पुस्तक के सभी पात्र महादेवी जी के जीवन से सम्बंधित रहे हैं।
B. इस पुस्तक की शैली पत्रात्मक है।
C. इस पुस्तक के सभी पात्र समाज के निम्न वर्गों से सम्बंधित हैं।
D. इसमें स्मृति नाम की स्त्री का चित्रण है जो चित्रकारी करती है।
E. इस पुस्तक में यथार्थ से ज्यादा मानवीयता पर बल दिया गया है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 15 Detailed Solution
'स्मृति की रेखाएं' के सन्दर्भ में सही कथन है-
- A. इस पुस्तक के सभी पात्र महादेवी जी के जीवन से सम्बंधित रहे हैं।
- C. इस पुस्तक के सभी पात्र समाज के निम्न वर्गों से सम्बंधित हैं।
- E. इस पुस्तक में यथार्थ से ज्यादा मानवीयता पर बल दिया गया है।
Key Pointsस्मृति की रेखाएं-
- विधा-रेखाचित्र
- रचनाकार-महादेवी वर्मा
- प्रकाशन वर्ष-1943 ई.
- विषय-
- यह संस्मरणात्मक-रेखाचित्र है।
- इसमें महादेवी वर्मा ने 12 लोगों के बारे में विभिन्न अनुभव सांझा किए है।
- भक्तिन, ठकुरी बाबा, मुन्नू, गुँगिया आदि चरित्र है।
Important Pointsमहादेवी वर्मा -
- जन्म-1907-1987 ई.
- छायावाद की प्रसिद्ध कवियित्री है।
- 'यामा' काव्य कृति के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त है।
- उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान का भारत भारती पुरस्कार भी इन्हें मिला है।
- कविता संग्रह -
- निहार (1930 ई.)
- रश्मि (1932 ई.)
- सांध्यगीत (1936 ई.)
- दीपशिखा (1942 ई.)
- प्रथम आयाम (1974 ई.)
- अग्निरेखा (1990 ई.)
- रेखाचित्र -
- अतीत के चलचित्र (1941 ई.)
- मेरा परिवार
- संस्मरण -
- पथ के साथी (1956 ई.)
- निबंध-
- शृंखला की कड़ियाँ(1942 ई.)
- विवेचनात्मक गद्य (1942 ई.)
- साहित्यकार की आस्था तथा अन्य निबंध (1962 ई.)
- संकल्पिता (1969 ई.)
- कहानी -
- बिन्दा
- गिल्लू