सहसंयोजक बंध दो अलग-अलग तरीकों से विखंडन से गुजर सकता है। CH₃—Br के विषमांश विखंडन को दर्शाने वाला सही निरूपण है:

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 :

Detailed Solution

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सही उत्तर: 3)

संकल्पना:

  • एक सहसंयोजक बंध वह बंध है जो परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉनों के साझाकरण के परिणामस्वरूप बनता है।
  • इस प्रकार बने रासायनिक बंधों का टूटना विखंडन कहलाता है और यह दो प्रकार का होता है अर्थात् समांश विखंडन और विषमांश विखंडन।
  • समांश विखंडन में, जब एक बंध टूटता है, तो प्रत्येक बंधित परमाणु साझा इलेक्ट्रॉनों में से एक लेता है जबकि विषमांश विखंडन में, केवल एक बंधित परमाणु दोनों साझा इलेक्ट्रॉनों को लेता है।

व्याख्या:

विषमांश विखंडन:

  • इसमें बंधित परमाणुओं के बीच बंधित इलेक्ट्रॉन युग्मों का असमान साझाकरण शामिल है।
  • अधिक विद्युतऋणात्मक परमाणु बंधित इलेक्ट्रॉनों के साझा युग्म को खींचेगा, जिससे उस पर ऋणात्मक आवेश और कम विद्युतऋणात्मक परमाणुओं पर धनात्मक आवेश आएगा।
  • Br, C की तुलना में अधिक विद्युतऋणात्मक है, इसलिए उस स्थिति में विषमांश विखंडन होता है और इसलिए इलेक्ट्रॉन कार्बन से Br में विस्थापित हो जाते हैं।
  • इसलिए, को धनात्मक आवेश और Br को ऋणात्मक आवेश मिलता है।
  • तीर इलेक्ट्रॉनों की गति की दिशा को दर्शाता है।

निष्कर्ष:

इस प्रकार, विकल्प 3 CH3—Br के विषमांश विखंडन को दर्शाने वाला सही निरूपण है।

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