ठोस अपशिष्ट को जलाने की अनुशंसा इसलिए नहीं की जाती है क्योंकि:

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Bihar STET TGT (Sanskrit) Official Paper-I (Held On 11 Sept, 2023 Shift 1)
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  1. यह बहुत महंगा है 
  2. इसके लिए काफी जगह की आवश्यकता होती है। 
  3. इसके लिए आधुनिक तकनीकों की आवश्यकता होती है। 
  4. इससे कई पर्यावरणीय समस्याएं उत्पन्न होती है। 

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : इससे कई पर्यावरणीय समस्याएं उत्पन्न होती है। 
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Bihar STET Paper 1 Social Science Full Test 1
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ठोस अपशिष्ट को खुले में जलाने या अनियंत्रित दहन प्रक्रियाओं के माध्यम से जलाने से विभिन्न प्रकार की पर्यावरणीय और स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

Key Pointsठोस अपशिष्ट को जलाने से संबंधित कुछ प्रमुख मुद्दों में निम्न सम्मिलित हैं:

  1. वायु प्रदूषण:
    • कणिकीय पदार्थ (PM): ठोस अपशिष्ट जलाने से वायु में सूक्ष्म कण मुक्त होते हैं, जिन्हें कणिकीय पदार्थ के रूप में जाना जाता है, जिनके अंतःश्वसन के समय ग्रहण होने पर श्वसन स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता हैं।
    • विषाक्त उत्सर्जन: कुछ पदार्थों के दहन से डाइऑक्सिन, फ्यूरैन और पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन (PAH) जैसे विषाक्त प्रदूषक उत्पन्न हो सकते हैं, जो मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए हानिकारक हैं।
  2. ग्रीनहाउस गैस का उत्सर्जन:
    • कार्बन डाइऑक्साइड (CO2): ठोस अपशिष्ट जलाने से कार्बन डाइऑक्साइड गैस मुक्त होती है, जो जलवायु परिवर्तन से जुड़ी एक प्रमुख ग्रीनहाउस गैस है।
    • मीथेन (CH4): अपूर्ण दहन से मीथेन का उत्पादन हो सकता है, जो एक और शक्तिशाली ग्रीनहाउस गैस है।
  3. स्वास्थ्य जोखिम:
    • श्वसन संबंधी समस्याएँ: ठोस अपशिष्ट जलाने के दौरान उत्सर्जित प्रदूषकों को अंतःश्वसित करने से श्वसन संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं, विशेष रूप से पहले से रोग से पीड़ित व्यक्तियों के लिए श्वसन संबंधी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
    • कैंसर का जोखिम: उत्पन्न होने वाले कुछ प्रदूषक, जैसे डाइऑक्सिन और PAH, कैंसरकारी माने जाते हैं।
  4. मृदा और जल संदूषण:
    • राख का निपटान: ठोस अपशिष्ट जलाने के दौरान उत्पन्न राख के निपटान से भारी धातुओं तथा जहरीले रसायनों सहित हानिकारक पदार्थों से मृदा और जल दूषित हो सकता है।
  5. दुर्गंध और उपद्रव:
    • अप्रिय गंध: अपशिष्ट जलाने से अप्रिय गंध उत्पन्न हो सकती है, जो आस-पास के निवासियों के जीवन की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
  6. अवैध डंपिंग:
    • अवैध डंपिंग को प्रोत्साहित करना: निपटान विधि के रूप में ठोस अपशिष्ट को खुले में जलाने की उपलब्धता उचित अपशिष्ट प्रबंधन अभ्यासों को हतोत्साहित कर सकती है, जिससे खुले क्षेत्रों में अपशिष्ट की अवैध डंपिंग हो सकती है।
  7. विनियामक और कानूनी मुद्दे:
    • पर्यावरण नियमों का उल्लंघन: ठोस अपशिष्ट को खुले में जलाने से पर्यावरण नियमों का उल्लंघन हो सकता है और और इसके परिणामस्वरूप जिम्मेदार लोगों पर कानूनी प्रभाव पड़ सकता है।
  8. वन अग्नि का जोखिम:
    • आग का खतरा बढ़ना: ठोस अपशिष्ट के अनियंत्रित जलने से वन अग्नि का जोखिम बढ़ सकता है, विशेषतः शुष्क या हवादार परिस्थितियों में, जिससे पारिस्थितिकी तंत्र और समुदायों के लिए जोखिम उत्पन्न हो सकता है।

Additional Information 

इन समस्याओं के समाधान के लिए, संधारणीय अपशिष्ट प्रबंधन अभ्यासों को बढ़ावा देना आवश्यक है, जिसमें पुनःचक्रण, खाद बनाना और भस्मीकरण प्रौद्योगिकियों का नियंत्रित उपयोग शामिल है जो उत्सर्जन को कम करते हैं और पर्यावरणीय नियमों का पालन करते हैं।

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Last updated on Jul 3, 2025

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