आधुनिक काल पद्य MCQ Quiz in తెలుగు - Objective Question with Answer for आधुनिक काल पद्य - ముఫ్త్ [PDF] డౌన్లోడ్ కరెన్
Last updated on Mar 9, 2025
Latest आधुनिक काल पद्य MCQ Objective Questions
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आधुनिक काल पद्य Question 1:
निर्देश: निम्नलिखित का सही उत्तर चुनिए:
जयशंकर प्रसाद की काव्य-भाषा कौन-सी है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 1 Detailed Solution
दिये गए विकल्प में सही विकल्प खड़ीबोली हिन्दी हैं।
Key Points
- जयशंकर प्रसाद की काव्य-भाषा खड़ीबोली हिन्दी है।
- जयशंकर प्रसाद (30 जनवरी - 15 नवंबर 1936), हिन्दी कवि, नाटककार, उपन्यासकार तथा निबन्धकार थे।
- वे हिन्दी के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैं।
- प्रसाद जी के काव्य की प्रमुख विशेषता रहस्यवादी चित्रण हैं ।
- प्रारम्भ में ये अवधी में काव्य रचना करते थे किन्तु कुछ समय बाद इन्होने खड़ीबोली को अपना काव्य माध्यम बनाया।
- उन्होंने हिन्दी काव्य में एक तरह से छायावाद की स्थापना की जिसके द्वारा खड़ी बोली के काव्य में न केवल कमनीय माधुर्य की रससिद्ध धारा प्रवाहित हुई, बल्कि जीवन के सूक्ष्म एवं व्यापक आयामों के चित्रण की शक्ति भी संचित हुई और कामायनी तक पहुँचकर वह काव्य प्रेरक शक्तिकाव्य के रूप में भी प्रतिष्ठित हो गया।
- बाद के, प्रगतिशील एवं नयी कविता दोनों धाराओं के, प्रमुख आलोचकों ने उसकी इस शक्तिमत्ता को स्वीकृति दी। इसका एक अतिरिक्त प्रभाव यह भी हुआ कि खड़ीबोली हिन्दी काव्य की निर्विवाद सिद्ध भाषा बन गयी।
Additional Information
- जयशंकर प्रसाद के कुछ महत्वपूर्ण काव्यकृति
- काव्य:- चित्राधार, कानन-कुसुम, करूणालय, महाराणा का महत्व, प्रेम-पथिक, झरना आँसू, लहर, कामायनी और प्रसाद-संगीत।
- नाटक:- प्रायश्चित्त, सज्जन, कल्याणी-परिणय, अजात-शत्रु, विशाख, जनमेजय का नागयज्ञ, कामना, स्कन्दगुप्त, एक-घूँट, ध्रुवस्वामिनी।
- कहानी संग्रह: छाया, प्रतिध्वनि, आकाशदीप, आँधी, इंद्रजाल।
- उपन्यास : कंकाल, तितली और इरावती।
आधुनिक काल पद्य Question 2:
निम्नलिखित में से कौन-सी रचना, "धर्मवीर भारती” की नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 2 Detailed Solution
"एकांत संगीत" यह रचना धर्मवीर भारती की नहीं है। अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- एकांत संगीत हरिवंशराय बच्चन की कविता है।
रचनाकार | रचनाऍं |
हरिवंशराय बच्चन |
|
Important Points
रचनाकार | रचनाऍं |
धर्मवीर भारती |
कहानी संग्रह- मुर्दों का गाँव (1946), स्वर्ग और पृथ्वी (1949), चाँद और टूटे हुए लोग (1955) काव्य रचनाएं- ठंडा लोहा (1952), सात गीत वर्ष (1959), कनुप्रिया (1959) सपना अभी भी (1993) उपन्यास- गुनाहों का देवता (1949), सूरज का सातवां घोड़ा (1952) |
आधुनिक काल पद्य Question 3:
परिमल किसकी काव्य रचना है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 3 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर "निराला" है ।
Key Points
- परिमल सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' की काव्य रचना है।
- इसकी प्रकाशन तिथि - 1929 ई.
- विधा - काव्य संग्रह
- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला छायावादी युग के कवि थे ।
- काव्य संग्रह एवं प्रकाशन वर्ष
- अनामिका - 1923
- परिमल - 1929
- गीतिका - 1936
- तुलसीदास - 1936
- कुकुरमुत्ता -1938
- अणिमा - 1942-43
- बेला - 1943
- नए पत्ते - 1946
- अर्चना - 1950
- आराधना - 1953
- गीत कुंज - 1956
- अपरा - 1956
- सांध्य काकली - 1956 (मरणोपरांत)
Additional Information
- माखनलाल चतुर्वेदी को राष्ट्रकवि और एक भारतीय आत्मा के नाम से जाना जाता हैI
- माखनलाल चतुर्वेदी और सुभद्रा कुमारी चौहान राष्ट्रीय सांस्कृतिक धारा के कवि हैंI
- रसखान सगुण भक्ति धारा के कवि हैं । इनकी रचना साधारण ब्रजभाषा में हैं । इनका विशेष योगदान प्रकृति वर्णन तथा कृष्ण भक्ति में है ।
आधुनिक काल पद्य Question 4:
'अनामिका' काव्य किनके द्वारा रचित है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 4 Detailed Solution
अनामिका महाप्राण निराला की प्रसिद्ध रचना है, अन्य विकल्प यहाँ असंगत है।
अत: यहाँ सही विकल्प 2) निराला ही होगा।
Key Points
- अनामिका - यह एक काव्य संग्रह है।
- 8 कविताएँ इसमें संकलित है।
Additional Information
निराला की अन्य श्रेष्ठ रचनाएँ-
- राम की शक्ति पूजा
- सरोज स्मृति
- परिमल
- तुलसीदास आदि
आधुनिक काल पद्य Question 5:
मैथिलीशरण गुप्त ने इतिहास के उपेक्षित नारी पात्र इनमें से किस पुस्तक में प्रतिष्ठित किए?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 5 Detailed Solution
मैथिलीशरण गुप्त ने इतिहास के उपेक्षित नारी पात्र इनमें से साकेत पुस्तक में प्रतिष्ठित किए।
- साकेत मैथिलीशरण गुप्त रचित महाकाव्य का नाम है। इसका प्रथम प्रकाशन सन् 1931 में हुआ था।
- इसके लिए उन्हें 1932 में मंगलाप्रसाद पारितोषिक प्राप्त हुआ था।
- 'साकेत' राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की अमर कृति है।
- इस कृति में हिन्दुस्तान के आराध्य अयोध्याधिपति प्रभु श्रीराम के भाई लक्ष्मण की पत्नी श्रीमति उर्मिला के विरह का जो चित्रण गुप्त जी ने किया है
- वह अत्यधिक मार्मिक और गहरी मानवीय संवेदनाओं और भावनाओं से ओत-प्रोत है।
Key Pointsभारत भारती:-
- भारत भारती, मैथिलीशरण गुप्तजी की प्रसिद्ध काव्यकृति है जो 1912-13 में लिखी गई थी।
- यह स्वदेश-प्रेम को दर्शाते हुए वर्तमान और भावी दुर्दशा से उबरने के लिए समाधान खोजने का एक सफल प्रयोग है।
द्वापर:-
- 'द्वापर' (1936) श्रीकृष्ण कथा पर आधारित मैथिलीशरण गुप्त जी की महत्वपूर्ण कृति है।
- इनमें श्रीकृष्ण के चरित्रोद्घाटन द्वारा मानवता के आदर्श को प्रस्तुत किया गया है।
रंग में भंग:-
- 'रंग में भंग' (1909) मैथिलीशरण गुप्त जी की महत्वपूर्ण नाटक कृति है।
- ’रंग में भंग’ रचना में ’चित्तौङ’ और ’बूँदी’ के राज घरानों से संबंध रखने वाली राजपूती आन का वर्णन किया गया है।
आधुनिक काल पद्य Question 6:
'उर्वशी' किसका काव्य है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 6 Detailed Solution
सही उत्तर है रामधारी सिंह दिनकर।
- उर्वशी रामधारी सिंह 'दिनकर' द्वारा रचित काव्य नाटक है।
- जिसके लिए सन् 1972 में ज्ञानपीठ भी मिला।
Key Points
- 1961 ई. में प्रकाशित इस काव्य में दिनकर ने उर्वशी और पुरुरवा के प्राचीन आख्यान को एक नये अर्थ से जोड़ना चाहा है।
- अन्य रचनाओं से इतर उर्वशी राष्ट्रवाद और वीर रस प्रधान रचना है।
- इसके लिए 1972 में उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया।
- उर्वशी प्रेम और सौन्दर्य का काव्य है। प्रेम और सौन्दर्य की मूल धारा में जीवन दर्शन सम्बन्धी
- अन्य छोटी-छोटी धाराएँ आकर मिल जाती हैं।
- प्रेम और सुन्दर का विधान कवि ने बहुत व्यापक धरातल पर किया है।
- कवि ने प्रेम की छवियों को मनोवैज्ञानिक धरातल पर पहचाना है।
Additional Information
- इनकी अन्य रचनाएँ हैं- रश्मिरथी, कुरुक्षेत्र, रेणुका, बापू आदि।
अन्य लेखकों की रचनाएँ:
रचनाकार | रचनाएँ |
जयशंकर प्रसाद |
इन्दु, चित्राधार, बभ्रुवाहन, चित्राधार, मधुआ, गुंडा, सालवती
|
मैथिलीशरण गुप्त | जयद्रथ वध, भारत-भारती, पंचवटी, द्वापर, किसान, गुरुकुल, जय भारत |
महादेवी वर्मा | नीहार, रश्मि, नीरजा, सांध्यगीत, दीपशिखा, सप्तपर्णा, प्रथम आयाम, अग्निरेखा |
Confusion Points
- उर्वशी राम सिंह दिनकर द्वारा रचित एक काव्य है जबकि उर्वशी जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित एक कहानी है।
आधुनिक काल पद्य Question 7:
कवि जयशंकर प्रसाद की रचना नहीं है -
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 7 Detailed Solution
उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प "दीपशिखा" सही है तथा अन्य विकल्प असंगत है।
- दीपशिखा महादेवी वर्मा का पाँचवाँ कविता-संग्रह है।
- इसका प्रकाशन 1942 में हुआ।
- इसमें 1936 से 1942 ई० तक के गीत हैं।
- अन्य विकल्प
- झरना - 1918 ई॰
- आँसू - 1925 ई॰
- लहर- 1935 ई॰
आधुनिक काल पद्य Question 8:
कौन सी काव्य रचना महादेवी वर्मा की नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 8 Detailed Solution
- बेला (1946 ई.) सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' की रचना है ।
- निराला को छायावाद का 'शलाका पुरुष' भी कहा जाता है ।
Key Points
- महादेवी वर्मा ने अधिकतर भावप्रधान गीत लिखें हैं ।
- महादेवी का अज्ञात प्रिय के प्रति दुःख प्रणय दुःखप्रधान है ।
- छायावाद कवियों में सर्वाधिक रहस्यभावना महादेवी वर्मा में पाई जाती है ।
- महादेवी वर्मा की रचना 'यामा' में 'निहार' , 'रश्मि' , 'नीरजा' तथा 'सांध्यगीत' के महत्वपूर्ण गीतों का संकलन किया गया ।
- नीहार - 1930 ई.
- सांध्यगीत - 1936 ई.
- नीरजा - 1935 ई.
आधुनिक काल पद्य Question 9:
'सखि वे मुझसे कहकर जाते' किस कवि की काव्य पंक्ति है ?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 9 Detailed Solution
सही उत्तर "मैथिलीशरण गुप्त" है। अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- ‘सखि वे मुझसे कहकर जाते’ यह काव्य पंक्ति मैथिलीशरण गुप्त की कविता ‘सखि वे मुझसे कहकर जाते’ की पंक्तियाँ हैं।
- अतः सही विकल्प मैथिलीशरण गुप्त हैं।
Important Points
कवि | रचनाऍं |
सियाराम शरण गुप्त | मौर्य विजय(1914), अनाथ(1917), आर्द्रा(1927), विषाद(1925), दूर्वा दल(1924), आत्मोत्सर्ग(1931) आदि। |
मैथिलीशरण गुप्त | जयद्रथ वध 1910, भारत-भारती 1912, पंचवटी 1925, द्वापर 1936, जय भारत 1952, युद्ध, झंकार 1929 आदि। |
अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' | पारिजात (1937), रस-कलश (1940) ,चुभते चौपदे 1932), चोखे चौपदे (1924) आदि। |
जगदीश गुप्त | नाव के पाँव, शम्बूक, आदित्य एकान्त, हिम-विद्ध, शब्द-दंश, युग्म आदि। |
आधुनिक काल पद्य Question 10:
निम्न में कौन सी रचना मैथिलीशरण गुप्त की नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 10 Detailed Solution
रेणुका रचना मैथिलीशरण गुप्त की नहीं है।
रेणुका-
- रचनाकार-रामधारी सिंह 'दिनकर'
- प्रकाशन वर्ष-1935 ई.
- विधा- काव्य संग्रह
- संग्रहीत कविताएँ हैं-
- हिमालय,कविता की पुकार,प्रेम का सौदा,बागी आदि।
- हिमालय कविता की पंक्तियाँ हैं-
- साकार, दिव्य, गौरव विराट्,
पौरूष के पुन्जीभूत ज्वाल!
मेरी जननी के हिम-किरीट!
मेरे भारत के दिव्य भाल!
मेरे नगपति! मेरे विशाल!
- साकार, दिव्य, गौरव विराट्,
Key Pointsरामधारी सिंह 'दिनकर'-
- जन्म-1908-1974 ई.
- राष्ट्रीय सांस्कृतिक धारा के मुख्य कवि रहे है।
- अन्य नाम-
- अधैर्य का कवि, समय सूर्य, आवेश का कवि।
- अन्य रचनाएँ-
- हुंकार(1938 ई.)
- रसवंती(1940 ई.)
- कुरुक्षेत्र(1946 ई.)
- परशुराम की प्रतीक्षा(1963 ई.)
- हारे को हरिनाम(1970 ई.) आदि।
Important Pointsपंचवटी-
- रचनाकार-मैथिलीशरण गुप्त
- प्रकाशन वर्ष-1925 ई.
- विधा-काव्य
- विषय-
- रामायण के पंचवटी प्रसंग को आधार बनाकर रचना की है।
- इसमें हिन्दी उर्दू, भोजपुरी, अवधी, राजस्थानी आदि पचास से अधिक भाषाओं का काव्य है।
यशोधरा-
- रचनाकार-मैथिलीशरण गुप्त
- प्रकाशन वर्ष-1932 ई.
- विधा-काव्य
- विषय-
- गौतम बुद्ध के गृह त्याग की घटना पर आधारित है।
साकेत-
- रचनाकार-मैथिलीशरण गुप्त
- प्रकाशन वर्ष-1931 ई.
- विधा-काव्य
- विषय-
- इसकी रचना की प्रेरणा महावीर प्रसाद द्विवेदी कृत लेख 'कवियों की उर्मिला विषयक उदासीनता' से मिली।
- साकेत राम कथा पर आधारित रचना है।
- राम को यहाँ आधुनिक मानव के रूप मे प्रस्तुत किया गया हुआ।
Additional Informationमैथिलीशरण गुप्त-
- जन्म-1886-1964 ई.
- ब्रजभाषा उपनाम-रसिकेन्द्र
- बांग्ला भाषा उपनाम-मधुप
- महात्मा गांधी ने 'राष्ट्रकवि' की उपाधि दी।
- रचनाएँ-
- रंग में भंग(1909 ई.)
- जयद्रथ वध(1910 ई.)
- भारत-भारती(1912 ई.)
- किसान(1917 ई.)
- विकट भट(1929 ई.)
- झंकार(1929 ई.)
- द्वापर(1936 ई.)आदि।