लेखन साहित्य MCQ Quiz in हिन्दी - Objective Question with Answer for लेखन साहित्य - मुफ्त [PDF] डाउनलोड करें
Last updated on Mar 13, 2025
Latest लेखन साहित्य MCQ Objective Questions
Top लेखन साहित्य MCQ Objective Questions
लेखन साहित्य Question 1:
विज्ञापन के सम्बंध में सही कथन है -
Answer (Detailed Solution Below)
लेखन साहित्य Question 1 Detailed Solution
सही उत्तर 'विज्ञापन जनसंचार का एक माध्यम है।' हैं।
- विज्ञापन के सम्बंध में "विज्ञापन जनसंचार का एक माध्यम है।" सही कथन हैं।
Key Points
- दृश्य छवियों और ध्वनि को प्रसारित करने की एक प्रणाली है जो स्क्रीन पर पुन: प्रस्तुत की जाती है, जिसका उपयोग मुख्य रूप से मनोरंजन, सूचना और शिक्षा कार्यक्रमों को प्रसारित करने के लिए किया जाता है।
- टेलीविजन सेट कई घरों, व्यवसायों और संस्थानों में आम हो गया है। यह विज्ञापन का एक प्रमुख माध्यम है।
- विज्ञापन एक कंपनी द्वारा अपने उत्पादों और सेवाओं की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए किया गया एक वैतनिक प्रचार है।
- विज्ञापन की प्रकृति अवैयक्तिक और सामान्य है।
- विज्ञापन महंगा होता है क्योंकि इसमें विज्ञापन खर्च शामिल हैं।
लेखन साहित्य Question 2:
इनमें से जनसंचार का 'दृश्य-श्रव्य' माध्यम क्या है?
Answer (Detailed Solution Below)
लेखन साहित्य Question 2 Detailed Solution
- दूरदर्शन जनसंचार का 'दृश्य-श्रव्य' माध्यम है।
- इसके कार्यक्रम रेडियो की अपेक्षा अधिक रोचक होते हैं क्योंकि इस पर चित्र भी प्रसारित होते है।
- जनसंचार माध्यम उन संस्थानों को संदर्भित करता है, जिनके माध्यम से विशेष समूह, जैसे कि प्रेस, रेडियो, टेलीविजन, फिल्मों आदि का उपयोग करते हुए, कई, विषम और व्यापक प्राप्तकर्ता को प्रतीकात्मक सामग्री का प्रसार करते हैं।
Key Points
- जनसंचार को अधिक संख्या में दर्शकों को जानकारी देने, मनोरंजन करने या मनाने के लिए संदेश भेजने के लिए जनसंपर्क माध्यम के रूप में उपयोग की जाने वाली प्रक्रिया के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।
- जन संचार के प्रभावी साधन के रूप में, ये मीडिया ग्रामीण क्षेत्रों सहित पूरे देश में लोगों को समाचार प्रदान करता है।
- रेडियो और टेलीविजन प्रसारण, जिसमें शैक्षिक, मनोरंजक और समाचार-संबंधी प्रोग्रामिंग का उत्पादन और प्रसारण शामिल है, श्रव्य और दृश्य तकनीकों का व्यावहारिक अनुप्रयोग है।
- प्रसारण किसी भी इलेक्ट्रॉनिक जन संचार माध्यम के माध्यम से एक बिखरे हुए दर्शकों को श्रव्य और दृश्य सामग्री का वितरण होता है, लेकिन आम तौर पर एक से कई मॉडल में विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम (रेडियो तरंगों) का उपयोग किया जाता है।
लेखन साहित्य Question 3:
निम्नलिखित में से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के अंतर्गत क्या नहीं आता ?
Answer (Detailed Solution Below)
लेखन साहित्य Question 3 Detailed Solution
- इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के अंतर्गत 'समाचार-पत्र' नहीं आता।
- 'समाचार-पत्र' प्रिंट मीडिया के अंतर्गत आते हैं।
Key Points
- प्रिंट मीडिया- जर्मनी के गुटेनबर्ग में पहला छापाखाना खुला था।
- जब लोग इंटरनेट के बारे में नहीं जानते थे, तब प्रिंट मीडिया ही संचार का सर्वोत्तम माध्यम था।
- मैग्जीन, समाचार-पत्र, जर्नल, दैनिक अखबार आदि को प्रिंट मीडिया के अंतर्गत रखा जाता है।
प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में अंतर-
प्रिंट मीडिया | इलेक्ट्रॉनिक मीडिया |
प्रिंट मीडिया जनसंचार का एक रूप है जो मुद्रित प्रकाशनों के माध्यम से समाचार और सूचना का निर्माण और प्रसार करता है। | इलेक्ट्रॉनिक मीडिया मास मीडिया का एक रूप है जो सभी दर्शकों के लिए इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से समाचार या ज्ञान को साझा करता है। |
Additional Information
- भारत के संचार माध्यम (मीडिया) के अन्तर्गत टेलीविजन, रेडियो, सिनेमा, समाचार पत्र, पत्रिकाएँ आदि हैं।
मुख्य तौर पर मीडिया के तीन प्रकार होते है-
- लोक मीडिया- जिसमे कठपुतली, लोक रंगमंच, नुक्कड़ नाटक इत्यादि आते है।
- प्रिंट मीडिया- जिसमे पुस्तकें, पम्पलेट, समाचार पत्र, पत्रिकाएं इत्यादि आते है।
- इलेक्ट्रॉनिक मीडिया- रेडियो, टेलीविजन, सिनेमा, इंटरनेट और मल्टीमीडिया यह सभी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के घटक हैं।
लेखन साहित्य Question 4:
'सरकारी या स्वायतशासी निकायों या संस्थानों के निर्णय, प्रतिवेदन आदि को जब जन साधारण के सूचनार्थ समाचार-पत्रों द्वारा प्रकाशित एवं प्रसारित किया जाता है उसे क्या कहा जाता है ?
Answer (Detailed Solution Below)
लेखन साहित्य Question 4 Detailed Solution
‘सरकारी या स्वायतशासी निकायों या संस्थानों के निर्णय, प्रतिवेदन आदि को जब जन-साधारण के सूचनार्थ समाचार-पत्रों द्वारा प्रकाशित एवं प्रसारित किया जाता है' - उसे 'प्रेस-विज्ञप्ति' कहा जाता है।
Key Pointsनिविदा- निविदा (Tender) एक परियोजना के लिए बोली लगाने या अधिग्रहण बोली जैसे औपचारिक प्रस्ताव को स्वीकार करने का निमंत्रण को कहते हैं। निविदा आमतौर पर उस प्रक्रिया को संदर्भित करता है, जिसके तहत सरकारें और वित्तीय संस्थान बड़ी परियोजनाओं के लिए बोलियां आमंत्रित करते हैं, जिन्हें एक निश्चित समय सीमा के भीतर प्रस्तुत किया जाता है।
प्रस्ताव- 'सर विलियम एन्सन' का कथन है कि, “एक प्रस्ताव के लिए स्वीकृति का वही अर्थ होता है जो बारूद से भरी रेलगाड़ी के लिए जलती दिया सिलाई का" ।
प्रस्ताव में परियोजना के उद्देश्यों, अपेक्षित परिणामों और लाभों के बारे में जानकारी शामिल है। इसमें एक विस्तृत योजना भी शामिल होनी चाहिए कि, संगठन परियोजना को कैसे क्रियान्वित करेगा । प्रबंधन इस जानकारी का उपयोग यह तय करने के लिए करता है कि परियोजना को मंजूरी दी जाए या नहीं।
टिप्पणी- लेखन की कला, कार्य अथवा प्रक्रिया को टिप्पणी कहते हैं। संक्षेप में कहा जाये तो "महत्त्वपूर्ण बातों को लिखित रूप में प्रस्तुत करने की प्रक्रिया ही टिप्पणी है"।
Additional Informationकुछ विशेष शब्दों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी-
विज्ञप्ति- इसका उपयोग सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान अपने किसी निर्णय, घोषणा, निर्देश, योजना आदि से संबंधित सूचनाओं को संबंधित व्यक्तियों एवं आम जनता तक पहुँचाने के लिए करते हैं। विज्ञप्ति अखबार आदि में छापी जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य 'आम जनता' या 'संबंधितों' तक जानकारी पहुँचाना होता है।
प्रारूपण- पत्र का कच्चा अथवा अंतिम रूप । किसी पत्र का प्रारूप तैयार करना ही प्रारूपण कहलाता है। कार्यालय में प्राप्त किसी पत्र पर टिप्पण-प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद उस पर जो निर्णय लिया जाता है, अथवा जो आदेश दिया जाता है, उसी के अनुरूप पत्र का उत्तर दिया जाता है।
लेखन साहित्य Question 5:
निम्नलिखित में सिनेमा का आविष्कार किसने किया है?
Answer (Detailed Solution Below)
लेखन साहित्य Question 5 Detailed Solution
सिनेमा का आविष्कार किया है- जेम्स ऑगस्ट
सिनेमा का आविष्कार फ़्रांस के लुमिरे ब्रदर्स ने किया था. लुमिरे ब्रदर्स में अगस्टे मैरी लुइस निकोलस और लुइस जीन शामिल थे
लेखन साहित्य Question 6:
संक्षेपण का गुण नहीं है
Answer (Detailed Solution Below)
लेखन साहित्य Question 6 Detailed Solution
संक्षेपण का गुण नहीं है- अलंकृत भाषा
Key Points
-
संक्षेपण अथवा सार-लेखन का आशय है किसी अनुच्छेद, परिच्छेद, विस्तृत टिप्पणी अथवा प्रतिवेदन को संक्षिप्त कर देना। किसी बड़े पाठ (निबन्ध, लेख, शोध प्रबन्ध आदि) में मुख्य विचारों, तर्कों आदि को लघुतर आकार में प्रस्तुत करना संक्षेपण या संक्षिप्तीकरण कहलाता है। इसकी संरचना भी निबन्ध जैसी ही होती है। सार लेखन की आवश्यकता कार्यालय,वाणिज्य,पत्रकारिता,शिक्षा आदि कई क्षेत्रों में पड़ती है।
-
संक्षेपण को अंग्रजी में 'समराईजिंग' 'प्रेसी राइटिंग' अथवा प्रेसी भी कहते हैं।
-
पत्राचारों के संक्षेपण के दो प्रकार हैं : सामान्य संक्षेपण और सूचीकरण संक्षेपण। सामान्य . संक्षेपण को विस्तृत रूप से संक्षिप्त करना होता है जबकि सूचीकरण संक्षेपण में कमसंख्या, पत्रसंख्या, दिनांक, प्रेषक, प्रेषिती और पत्र के विषय का ध्यान रखा जाता है।
Important Points
- संक्षेपण के गुण:
- व्यावहारिक जगत् में, विविध कार्यालयों में, प्रेस कांफ्रेंस आदि में विस्तृत वक्तव्य या अवतरण की रूपरेखा संक्षिप्त करना आजकल आवश्यक है। संक्षेपण के अभाव में ऐसा करना असंभव है। इसके लिए आधारभूत निम्न तत्त्व कहे गए हैं। इन्हें ही गुण भी कह दिया जाता है :
- पूर्णता : संक्षेपण अपने आप में पूर्ण होना चाहिए। पढ़ने के बाद ऐसा लगना चाहिए कि उसका कोई मुद्दा छूटा नहीं है।
- संक्षिप्तता : संक्षेपण करते समय मूल अवतरण के दृष्टांत, व्याख्या और अलंकारिकता आदि उससे अलग कर देने चाहिए। साधारणतः संक्षेपण का एक तिहाई भाग स्वीकृत माना जाता है।
- स्पष्टता : संक्षेपण का पाठक मूल अनुच्छेद नहीं पढ़ता, इसलिए इसमें कोई मुद्दा नहीं छूटना चाहिए। अगर इसमें व्यर्थ का विस्तार किया जाता है तो इससे अस्पष्टता आ जाती है।
- तारतम्य : अच्छे संक्षेपण में एक तारतम्य होना चाहिए। विचारों में असम्बद्धता नहीं होनी चाहिए। इसमें एकसूत्रता होनी चाहिए। प्रत्येक वाक्य में शृंखलाबद्धता होनी चाहिए जिससे क्रम में हानि न हो।
- प्रभावोत्पादकता : मू वतरण के बिखरे क्रम में परिवर्तनकर उसे प्रभावोत्पादक बनाया जाता है। यह अच्छे संक्षेपक का गुण है। भावों की क्रमबद्धता अच्छे संक्षेपण में प्रभाव पैदा करने की क्षमता रखती है।
- सारता : अच्छा संक्षेपण मूल अवतरण का सारमात्र होना चाहिए, अतः अनुच्छेद से न कुछ कम होना चाहिए और न विस्तार होना चाहिए।
लेखन साहित्य Question 7:
इनमें से कौन पत्रकार के रूप में प्रसिद्ध हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
लेखन साहित्य Question 7 Detailed Solution
इनमें से पत्रकार के रूप में प्रसिद्ध हैं - गणेशशंकर विद्यार्थी अन्य सभी विकल्प असंगत है।
Key Pointsगणेश शंकर विद्यार्थी -
- (26 अक्टूबर 1890 ई. - 25 मार्च 1931 ई.)
- एक भारतीय पत्रकार, भारतीय राष्ट्रीय सम्मेलन के नेता और स्वतंत्रता आंदोलन के कार्यकर्ता थे।
- वह असहयोग आंदोलन और भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे,
- जिन्होंने कभी विक्टॉर ह्यूगो के उपन्यास नाइंटी-थ्री का अनुवाद किया था,
- और ज्यादातर हिंदी भाषा के समाचार पत्र, प्रताप के संस्थापक-संपादक के रूप में जाने जाते हैं।
Additional Informationसुदर्शन:-
- (1895 - 1967 ई.)
- हिन्दी और उर्दू के प्रसिद्ध साहित्यकार थे।
- उनका वास्तविक नाम 'पण्डित बद्रीनाथ भट्ट' था।
- सुदर्शन प्रेमचन्द परम्परा के कहानीकार थे।
- मुंशी प्रेमचंद और उपेन्द्रनाथ अश्क के समान ही वे हिन्दी और उर्दू में लिखते रहे।
- उन्होंने अपनी प्राय: सभी प्रसिद्ध कहानियों में समस्याओं का आदर्शवादी समाधान प्रस्तुत किया है।
- प्रमुख रचनाएँ -
- हार की जीत
- सच का सौदा
- अठन्नी का चोर
- साईकिल की सवारी
- पत्थरों का सौदागर
- पृथ्वी-वल्लभ आदि।
श्यामसुंदर दास:-
- (1875 - 1945 ई.)
- हिंदी के अनन्य साधक, विद्वान्, आलोचक और शिक्षाविद् थे।
- हिंदी साहित्य और बौद्धिकता के पथ-प्रदर्शकों में उनका नाम अविस्मरणीय है।
- हिंदी-क्षेत्र के साहित्यिक-सांस्कृतिक नवजागरण में उनका योगदान विशेष रूप से उल्लेखनीय है।
- उन्होंने और उनके साथियों ने मिल कर सन् 1893 में काशी नागरी प्रचारिणी सभा की स्थापना की थी।
- प्रमुख रचनाएँ -
- नासिकेतोपाख्यान अर्थावली (1901 ई.)
- छत्रप्रकाश (1903 ई.)
- रामचरितमानस (1904 ई.)
- पृथ्वीराज रासो (1904 ई.)
- हिंदी वैज्ञानिक कोष (1906 ई.)
- हम्मीर रासो (1908 ई.) आदि।
लेखन साहित्य Question 8:
'अंतः सलिला' किसकी रचना है?
Answer (Detailed Solution Below)
लेखन साहित्य Question 8 Detailed Solution
- जन्म - 23 मई 1949 ई.
- जन्म स्थान - दिल्ली
- मुख्य - यह ब्रिटेन में बसी भारतीय मूल की हिंदी लेखक है।
- कविता एक कहानी समान रूप से लिखती है।
- कहानी संग्रह 'आक्रोश' के लिए (2001ई.)का पद्मानंद साहित्य सम्मान प्राप्त हुआ।
- अत : सलिला
- रेत का लिखा
- ख्याल तेरा
- चंदन पानी
- सितंबर: सपनों की राख तले
- और झूठ
- झूठ और झूठ
- आक्रोश
- पंगा
- आशा
- जिंदगी और गुलाब के फूल (1961 ई.)
- फिर बसंत आया (1961ई.)
- एक कोई दूसरा (1966 ई.)
- कितना बड़ा झूठा (1972 ई.)
- चिड़िया और चील
- सुषम बेदी की यादगार कहानीयां
- तीसरी आंख
- 8 गजल व काव्य संग्रह
- भजन संग्रह
- 8 सिंधी में हिंदी में अनूदित कहानी संग्रह
लेखन साहित्य Question 9:
'मॉरिशस का उपन्यास सम्राट' किसे कहा जाता है?
Answer (Detailed Solution Below)
लेखन साहित्य Question 9 Detailed Solution
- जन्म - 9 अगस्त 1937 ई.
- जन्म स्थान- मॉरीशस के उत्तर प्रांत में।
- मुख्य - उच्च स्तरीय हिंदी उपन्यासों और कहानियों को मॉरीशस के हिंदी मंच के साहित्य में पर प्रतिष्ठित किया।
- यह 3 सालों तक युवा मंत्रालय में नाटक कला विभाग में नाटक प्रशिक्षक रहे।
- यह महात्मा गांधी संस्थान में हिंदी अध्यक्ष रहे।
- इन्होंने 'वसंत' हिंदी पत्रिका का संपादन किया।
- उपन्यास -
- लहरों की बेटी, मार्क ट्वेन का स्वर्ग, फैसला आपका, मुड़िया पहाड़ बोल उठा, और नदी बहती रही, आन्दोलन, एक बीघा प्यार, जम गया सूरज, तीसरे किनारे पर, चौथा प्राणी,लाल पसीना, तपती दोपहरी,कुहासे का दायरा,शेफाली, हड़ताल कब होगी, चुन-चुन चुनाव, अपनी ही तलाश, पर पगडंडी मरती नहीं,अपनी-अपनी सीमा,गांधीजी बोले थे, शब्द भंग, पसीना बहता,आसमाप अपना आँगन, अस्ति-अस्तु,हम प्रवासी।
- उनके उपन्यासों में सर्वश्रेष्ठ लाल पसीना उपन्यास है जिसे महाकाव्यात्मक उपन्यास माना जाता है।
- काला सागर
- ढिबरी टाईट
- देह की कीमत
- ये क्या हो गया
- पासपोर्ट के रंग
- बेघर आंखें
धनंजय (1935 ई.)रचनाएं -
- अंधेर नगरी
- अंधेरे के वर्तुल धरातल
प्राण शर्मा (1938 ई.)-रचनाएँ -
- दब्बू
- लोटपोट
- चाचा चौधरी
- साबू और रॉकेट
- पिंकी
लेखन साहित्य Question 10:
अभिमन्यु अनंत की रचनाएं हैं-
A. कैक्टस के दांत
B. एक बीघा प्यार
C. लाल पसीना
D. काला सागर
E. बेघर आंखे
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प का चयन करें-
Answer (Detailed Solution Below)
लेखन साहित्य Question 10 Detailed Solution
कैक्टस के दांत
एक बीघा प्यार
लाल पसीना
- जन्म - 9 अगस्त 1937 ई.
- जन्म स्थान- मॉरीशस के उत्तर प्रांत में।
- मुख्य - उच्च स्तरीय हिंदी उपन्यासों और कहानियों को मॉरीशस के हिंदी मंच के साहित्य में पर प्रतिष्ठित किया।
- यह 3 सालों तक युवा मंत्रालय में नाटक कला विभाग में नाटक प्रशिक्षक रहे।
- कैक्टस के दांत
- नागफनी में उलझी सांसें
- गूंगा इतिहास
- देख कबीरा हांसी
- इंसान और मशीन
- जब कल आएगा यमराज
- लहरों की बेटी
- काला सागर
- ढिवरी टाइट
- देह की कीमत
- यह क्या हो गया
- पासपोर्ट के रंग
- बेघर आंखें