वाक्य के तत्व MCQ Quiz in தமிழ் - Objective Question with Answer for वाक्य के तत्व - இலவச PDF ஐப் பதிவிறக்கவும்
Last updated on Mar 26, 2025
Latest वाक्य के तत्व MCQ Objective Questions
Top वाक्य के तत्व MCQ Objective Questions
वाक्य के तत्व Question 1:
निम्नलिखित में से संयुक्त वाक्य पहचानिए :
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के तत्व Question 1 Detailed Solution
'मोहन ने चश्मा लगाया और पुस्तक पढ़ी।' यह वाक्य संयुक्त वाक्य है। अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- मोहन ने चश्मा लगाया और पुस्तक पढ़ी। यह संयुक्त वाक्य है।
वाक्य | परिभाषा | उदाहरण |
संयुक्त वाक्य | जिस वाक्य में दो या दो से अधिक स्वतंत्र या मुख्य उपवाक्य समानाधिकरण योजक से जुड़े हों, वह संयुक्त वाक्य कहलाता है। योजक शब्द− और, क्योंकि, परंतु, इसलिए आदि। | मोहन ने चश्मा लगाया और पुस्तक पढ़ी। |
Important Points अन्य विकल्प-
वाक्य | प्रकार |
मोहन धीरे-धीरे पुस्तक पढ़ता है। | सरल वाक्य |
मोहन को चश्मा लगवा दो, ताकि वह शीघ्र पढ़ सके। | मिश्र वाक्य |
मोहन चश्मा लगाकर पुस्तक पढ़ता है। | सरल वाक्य |
Additional Informationरचना के आधार पर वाक्य के तीन भेद हैं-
वाक्य | परिभाषा | उदाहरण |
सरल वाक्य | ऐसा वाक्य जिसमे एक ही क्रिया एवं एक ही कर्ता होता है। या जिस वाक्य में एक ही उद्देश्य एवं एक ही विधेय होता है, वे वाक्य सरल वाक्य कहलाते हैं। | स्कूल बंद होने पर लड़के घर जाने लगे। |
संयुक्त वाक्य | जिस वाक्य में दो या दो से अधिक स्वतंत्र या मुख्य उपवाक्य समानाधिकरण योजक से जुड़े हों, वह संयुक्त वाक्य कहलाता है। योजक शब्द − और, परंतु, इसलिए आदि। | राम आया और मोहन गया। |
जटिल या मिश्र वाक्य | जिस वाक्य में एक प्रधान उपवाक्य हो और शेष उपवाक्य उस पर आश्रित हों, उसे जटिल या मिश्र वाक्य कहा जाता है। |
अमित ने वह घर खरीदा जो उसके चाचा का था। |
वाक्य के तत्व Question 2:
निम्नलिखित प्रश्न में, वाक्य की संरचना के आधार पर उसका भेद बताइए।
श्याम मोहन से खाना बनवाता है।Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के तत्व Question 2 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 1 ‘प्रेरणार्थक क्रिया’ है। अन्य विकल्प इसके सही उत्तर नहीं हैं।
स्पष्टीकरण:
‘श्याम मोहन से खाना बनवाता है।’ यह वाक्य प्रेरणार्थक क्रिया का उदाहरण है। इसलिए इसका उचित उत्तर विकल्प ‘प्रेरणार्थक क्रिया’ होगा। अन्य विकल्प इसके असंगत उत्तर होंगे।
प्रेरणार्थक क्रिया |
जिस क्रिया से ज्ञान हो कि कर्ता स्वयं कार्य को न करके किसी अन्य को कार्य करने की प्रेरणा देता है वह प्रेरणार्थक क्रिया कहलाती है। जैसे- मीरा बेटी से काम करवाती है। |
अन्य विकल्प:
कृदंत क्रिया |
कृत प्रत्ययों को जोड़कर जो क्रिया बनाई जाती है उसे कृदंत क्रिया कहते हैं। |
चलता, भागता, हँसता आदि। |
सहायक क्रिया |
जो क्रिया मुख्य क्रिया की सहायता करती हैं उन्हें सहायक क्रिया कहते हैं। |
वह आता है। तुम सोये हुए हो। |
सजातीय क्रिया |
जब कुछ अकर्मक और सकर्मक क्रियाओं के साथ उनके धातु की बनी भाववाचक संज्ञा के प्रयोग को ही सजातीय क्रिया कहते हैं। |
अच्छा खेल खेल रहे हो। |
वाक्य के तत्व Question 3:
‘गाड़ी के सीटी देने पर ट्रेन चल पड़ी।’ इस वाक्य को संयुक्त वाक्य में परिवत्रित करें।
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के तत्व Question 3 Detailed Solution
‘गाड़ी के सीडी देने पर ट्रेन चल पड़ी’ इस वाक्य का संयुक्त वाक्य है- ‘गाड़ी ने सीटी दी और ट्रेन चल पड़ी।’ अन्य विकल्प असंगत हैं। अत: इसका सही उत्तर विकल्प 3 ‘गाड़ी ने सीटी दी और ट्रेन चल पड़ी।’ है।
अन्य विकल्प:
1. जैसे गाड़ी ने सीटी दी वैसे ट्रेन चल पड़ी। - मिश्र वाक्य
2. सीटी देते ही ट्रेन चली।– सरल वाक्य
3. गाड़ी सिटी देते हुए चल पड़ी।– साधारण वाक्य
विशेष:
वाक्य |
परिभाषा |
उदाहरण |
सरल |
ऐसे वाक्य जिनमें एक ही क्रिया एवं एक ही कर्ता होता है या जिस वाक्य में एक ही उद्देश्य एवं एक ही विधेय होता है, वे वाक्य सरल वाक्य कहलाते हैं। इसमें कर्ता एक से अधिक हो सकते हैं लेकिन मुख्य क्रिया एक ही होगी। |
राकेश पढ़ता है। कमला और विमला मंदिर जाती है। |
संयुक्त वाक्य |
जिस वाक्य में दो या दो से अधिक उपवाक्य मिले हों, परन्तु सभी वाक्य प्रधान हो तो ऐसे वाक्य को संयुक्त वाक्य कहते है। |
अभिषेक ने थैला लिया और बाज़ार चला गया। |
मिश्र वाक्य |
जिस वाक्य में एक से अधिक वाक्य मिले हों, किन्तु एक प्रधान उपवाक्य तथा शेष आश्रित उपवाक्य हों, मिश्रित वाक्य कहलाता है। |
जब तुम पढ़ लोगे तब सो जाना। |
वाक्य के तत्व Question 4:
‘लड़कियां बाजार जा रही है।’ यह किस वाच्य का उदाहरण है?
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के तत्व Question 4 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 2 ‘कर्तृवाच्य’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर होंगे।
Key Points
- वाक्य में क्रिया कर्ता के अनुसार आई है।
- कर्तृवाच्य में क्रिया सकर्मक और अकर्मक दोनों हो सकती है।
- कर्तृवाच्य में कर्ता विभक्ति रहित होता है और यदि विभक्ति हो तो वहां केवल 'ने' विभक्ति का ही प्रयोग होता है।
Additional Information
वाच्य- क्रिया के जिस रूप से यह जाना जाए कि वाक्य में क्रिया का मुख्य सम्बन्ध कर्ता, कर्म या भाव से है, वह वाच्य कहलाता है। हिंदी में वाच्य तीन प्रकार के होते हैं- |
||
वाच्य |
परिभाषा |
उदाहरण |
कर्तृवाच्य |
जिस वाक्य में कर्ता मुख्य हो और क्रिया कर्ता के लिंग, वचन एवं पुरूष के अनुसार हो, उसे कर्तृवाच्य कहते है। |
मोहन पत्र लिखता है। |
कर्मवाच्य |
जिस वाक्य में कर्म मुख्य हो तथा इसकी सकर्मक क्रिया के लिंग, वचन व पुरूष कर्म के अनुसार हो, उसे कर्मवाच्य कहते हैं। |
यहाँ व्याकरण पढ़ाया जाता है। |
भाववाच्य |
जिस वाक्य में अकर्मक क्रिया का भाव मुख्य हो, उसे भाववाच्य कहते हैं। |
मोहन से लिखा नहीं जाता है। |
वाक्य के तत्व Question 5:
“अगर तुमने पढ़ा होता तो परीक्षा में पास हो गए होते" वाक्य रचना की दृष्टि से यह किस प्रकार का वाक्य है
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के तत्व Question 5 Detailed Solution
“अगर तुमने पढ़ा होता तो परीक्षा में पास हो गए होते" वाक्य रचना की दृष्टि से यह "संकेत बोधक" वाक्य है।
- एक वाक्य दूसरे वाक्य पर निर्भर है अतः यह वाक्य संकेत बोधक वाक्य होगा ।
Key Points
- संकेतवाचक वाक्य - जिसमें एक वाक्य दूसरे वाक्य की संभावना पर निर्भर करता है। जैसे -
- यदि तुम चलो तो मैं भी चलूँ।
- डॉक्टर न आता तो वह मर जाता।
Additional Information
विस्मयादि बोधक- जिन वाक्यों में आश्चर्य, हर्ष, शोक, घृणा आदि के भाव व्यक्त होँ, उन्हें विस्मय बोधक वाक्य कहते है।
इन वाक्यों में सामान्यतः विस्मयादिबोधक चिह्न (!) का उपयोग किया जाता है। जैसे -
- हाय ! मैं लुट गया !
- ओह! बड़ा जुल्म हुआ।
संबंध बोधक - ऐसे शब्द जो किसी संज्ञा या सर्वनाम के बाद प्रयुक्त होकर।
वाक्य में आए अन्य संज्ञा या सर्वनाम शब्दों से संबंध का बोध कराते हैं, संबंधबोधक कहा जाता है। जैसे -
- पेड़ पर बंदर बैठा है।
- मेरे घर के पीछे एक पेड़ है।
समुच्चय बोधक - दो या दो से अधिक शब्दों, वाक्यों या वाक्यांशों को जोड़ने वाले शब्द को समुच्चय बोधक कहते हैं।
उदाहरण- तब, और, वरना, किंतु, परंतु, इसलिए, या आदि।
- राम कल घर आया और जल्दी सो गया।
- मुझे टीवी या मोबाइल चाहिए।
वाक्य के तत्व Question 6:
‘अब चला जाए।’ इसमें कौन-सा वाच्य है?
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के तत्व Question 6 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में उचित उत्तर विकल्प 3 ‘भाव वाच्य’ है।
Additional Information
वाच्य - क्रिया के जिस रूपांतर से यह जाना जाता है कि क्रिया का विधान कर्ता, कर्म या भाव में से किससे या किसके विषय में किया गया है, वाच्य कहलाता है। हिंदी में वाच्य तीन प्रकार के होते हैं- |
||
कर्तृवाच्य |
इस वाच्य में कर्ता के लिंग, वचन और पुरुष के अनुसार क्रिया का प्रयोग होता है। |
रमेश केला खाता है।लड़का पुस्तक पढ़ता है। |
कर्मवाच्य |
क्रिया के उस रूपान्तर को कर्मवाच्य कहते हैं, जिससे वाक्य में कर्म की प्रधानता का बोध हो। |
रोगी को दवा दी गई उसके द्वारा पुस्तक पढ़ी गई। |
भाववाच्य |
क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है। |
राम से रेत में दौड़ा भी नहीं जाता। मुझसे उठा नहीं जाता। |
वाक्य के तत्व Question 7:
निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस सही विकल्प का चयन करें जो निर्देशानुसार वाक्य परिवर्तन वाला सही विकल्प है।
हाथी ने केला खाया। (कर्मवाक्य)
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के तत्व Question 7 Detailed Solution
दिये गए विकल्पों में से विकल्प 3 'हाथी द्वारा केला खाया गया' सही उत्तर है। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।
Key Points
- 'हाथी ने केला खाया' कर्तृवाच्य है, जिसका कर्मवाच्य होगा - 'हाथी द्वारा केला खाया गया'।
-
कर्तृवाच्य से कर्मवाच्य बनाने के लिए –
(i) यदि कर्ता के बाद ‘ने’ परसर्ग लगा है तो उसे हटाकर द्वारा, से, के द्वारा लगाया जाता है।
(ii) क्रिया का प्रयोग कर्म के लिंग पुरुष और वचन के अनुसार करके ‘जा’ धातु को उचित रूप जोड़ देते हैं
Additional Information
वाच्य-
|
||
वाच्य प्रकार |
परिभाषा |
उदाहरण |
कर्तृवाच्य |
जिस वाक्य में कर्ता की प्रमुखता होती है अर्थात क्रिया का प्रयोग कर्ता के लिंग, वचन, कारक के अनुसार होता है और इसका सीधा संबंध कर्ता से होता है तब कर्तृवाच्य होता है। |
मोहन फल खाता है। |
कर्मवाच्य |
जिस वाक्य में कर्म की प्रधानता होती है तथा क्रिया का प्रयोग कर्म के लिंग, वचन और पुरुष के अनुसार होता है और कर्ता की स्थिति में स्वयं कर्म होता है, वहाँ कर्मवाच्य होता है। |
मोहन के द्वारा फल खाया जाता है। |
भाववाच्य |
इस वाच्य में कर्ता अथवा कर्म की नहीं बल्कि भाव अर्थात् क्रिया के अर्थ की प्रधानता होती है। |
मोहन से फल नहीं खाया जाता। |
वाक्य के तत्व Question 8:
निम्नलिखित में सरल/साधारण वाक्य है:
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के तत्व Question 8 Detailed Solution
सही उत्तर दिन का थका हुआ आदमी रात को खूब सोता है। है।
Key Points
- दिन का थका हुआ आदमी रात को खूब सोता है।- प्रस्तुत वाक्य में एक ही क्रिया प्रयुक्त हुई है।
- सरल वाक्य: ऐसा वाक्य जिसमें एक ही क्रिया एवं एक ही कर्ता हो और उन वाक्यों का एक ही उद्देश्य हो, ऐसे वाक्य को सरल वाक्य कहा जाता है।
Additional Information
- सरल वाक्य- जिन वाक्य में एक ही क्रिया होती है, और एक कर्ता होता है, वे साधारण वाक्य कहलाते है। जैसे-
बिजली चमकती है।, पानी बरसा।
- मिश्र वाक्य- जिस वाक्य में एक से अधिक वाक्य मिले हों, किन्तु एक प्रधान उपवाक्य तथा शेष आश्रित उपवाक्य हों, मिश्रित वाक्य कहलाता है। दूसरे शब्दों में – जिन वाक्यों में एक प्रधान (मुख्य) उपवाक्य हो और अन्य आश्रित (गौण) उपवाक्य हों तथा जो आपस में कि, जो, क्योंकि, जितना, उतना, जैसा, वैसा, जब, तब, जहाँ, वहाँ, जिधर, उधर, अगर/यदि, तो, यद्यपि, तथापि, आदि से मिश्रित (मिले-जुले) हों उन्हें मिश्रित वाक्य कहते हैं।
जैसे- मेरा दृढ़ विश्वास है कि भारत जीतेगा।, सफल वही होता है जो परिश्रम करता है।
- संयुक्त वाक्य- जिस वाक्य में दो या दो से अधिक उपवाक्य मिले हों, परन्तु सभी वाक्य प्रधान हो तो ऐसे वाक्य को संयुक्त वाक्य कहते है।
दूसरे शब्दो में – जिन वाक्यों में दो या दो से अधिक सरल वाक्य योजकों (और, एवं, तथा, या, अथवा, इसलिए, अतः, फिर भी, तो, नहीं तो, किन्तु, परन्तु, लेकिन, पर आदि) से जुड़े हों, उन्हें संयुक्त वाक्य कहते है।
जैसे – वह सुबह गया और शाम को लौट आया।, उसने बहुत परिश्रम किया किन्तु सफलता नहीं मिली।
वाक्य के तत्व Question 9:
निम्नलिखित में से कौन-सा मिश्र वाक्य है?
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के तत्व Question 9 Detailed Solution
'मैंने सुना है कि आपके देश में अच्छा राजप्रबंध है।' एक मिश्र वाक्य है।
- 'यज्ञदत्त देवदत्त को व्याकरण पढ़ाता है।' यह सरल वाक्य है।
- 'वह उड़ती हुई चिड़िया पहचानता है।' यह सरल वाक्य है।
- 'उसमें न पत्ते थे, न फूल थे।' यह संयुक्त वाक्य है।
- इस प्रकार सही विकल्प है 'मैंने सुना है कि आपके देश में अच्छा राजप्रबंध है।'
Key Points
स्पष्टीकरण -
विकल्प |
वाक्य |
स्पष्टीकरण |
मैंने सुना है कि आपके देश में अच्छा राजप्रबंध है। |
मिश्रित |
इसमें प्रधान वाक्य और आश्रित वाक्य है। |
यज्ञदत्त देवदत्त को व्याकरण पढ़ाता है। |
सरल |
इसमें एक मुख्य क्रिया है। |
वह उड़ती हुई चिड़िया पहचानता है। |
सरल |
इसमें एक मुख्य क्रिया है। |
उसमें न पत्ते थे, न फूल थे। |
संयुक्त |
इसमें दो उपवाक्य हैं। |
Additional Information
वाक्य -
रचना की दृष्टि से वाक्य के भेद - |
1. सरल - जिन वाक्यों में एक मुख्य क्रिया हो उन्हें सरल या साधारण वाक्य कहते हैं। |
2. जटिल - ऐसे वाक्य जिनमें एक से अधिक उपवाक्य हों। जटिल वाक्य के दो भेद हैं - संयुक्त वाक्य और मिश्र वाक्य, संयुक्त वाक्य - जिस वाक्य में दो या दो से अधिक उपवाक्य मिले हों, परन्तु सभी वाक्य प्रधान हो तो ऐसे वाक्य को संयुक्त वाक्य कहते है। मिश्र वाक्य - जिस वाक्य में एक से अधिक वाक्य मिले हों, किन्तु एक प्रधान उपवाक्य तथा शेष आश्रित उपवाक्य हों, मिश्रित वाक्य कहलाता है। मिश्र वाक्य के तीन प्रकार हैं - संज्ञा, विशेषण और क्रिया - विशेषण उपवाक्य। |
वाक्य के तत्व Question 10:
सुरेंद्र ने सुंदर गीत लिखे हैं वाच्य का प्रकार है।
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के तत्व Question 10 Detailed Solution
सुरेंद्र ने सुंदर गीत लिखे हैं - "कर्तृ वाच्य" का प्रकार है।
Important Points
- वाक्य में कर्ता के साथ ने हो तथा क्रिया का लिंग, वचन कर्म के अनुसार हो तो कर्तृ वाच्य होता है।
- अगर कर्ता के साथ कोई कारक चिन्ह का प्रयोग न हुआ हो और क्रिया का लिंग, वचन कर्ता के अनुसार हो तो कर्तृ वाच्य होता है।
Key Points
कर्मवाच्य -
- क्रिया के जिस रूप में कर्म प्रधान हो, उसे कर्मवाच्य कहते हैं या जहाँ क्रिया का संबंध सीधा कर्म से हो तथा क्रिया का लिंग तथा वचन कर्म के अनुसार हो, उसे कर्मवाच्य कहते हैं। मीरा ने दूध पीया। मीरा ने पत्र लिखा।
जैसे -
- नौकर द्वारा चाय लाई जाएगी।
- मेरे द्वारा रामायण पढ़ी जा रही है।
Additional Information
- वाच्य- क्रिया के जिस रूप से यह जाना जाए कि वाक्य में क्रिया का मुख्य सम्बन्ध कर्ता, कर्म या भाव से है, वह वाच्य कहलाता है।
वाच्य के भेद - कर्तृवाच्य, कर्मवाच्य, भाववाच्य।
वाच्य | परिभाषा | उदाहरण |
कर्मवाच्य | जिस वाक्य में कर्म मुख्य हो तथा इसकी सकर्मक क्रिया के लिंग, वचन व पुरूष कर्म के अनुसार हो, उसे कर्मवाच्य कहते हैं। |
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भाववाच्य | जिस वाक्य में अकर्मक क्रिया का भाव मुख्य हो, उसे भाववाच्य कहते हैं | |
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